Meerut Major Attractions: मेरठ के प्रमुख आकर्षण

Meerut Major Attractions: उत्तर प्रदेश का ऐतिहासिक शहर मेरठ अपनी समृद्ध विरासत और गौरवशाली अतीत के लिए जाना जाता है। महाभारत काल से लेकर 1857 की क्रांति तक यह शहर कई ऐतिहासिक घटनाओं का साक्षी रहा है। सिर्फ इतिहास ही नहीं बल्कि यहां की धार्मिक स्थलों, प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विरासत के कारण भी मेरठ हमेशा से पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहा है।

दिल्ली से महज 81 किलोमीटर की दूरी पर स्थित यह शहर ऐतिहासिक, आध्यात्मिक और सांस्कृतिक रूप से बेहद खास है जहां हर गली हर इमारत और हर कोना अपने अतीत की कहानियां बयां करता है।

मेरठ एक शहर नही लेकिन भारत की आन बान और शान माना जाता है। वैसे तो मेरठ में काफी सारी घुमने लायक जगह है लेकिन आज हम आपको मेरठ की प्रसिद्ध जगहों के बारे में बताने वाले है। जिसे जान आप भी एक बार मेरठ घुमने का प्लान जरुर करेगे। तो आइये मेरठ की प्रसिद्ध जगहों पर एक विस्तार नजर डाल लेते है।

हस्तिनापुर (Hastinapur)

महाभारत में आपने हस्तिनापुर के बारे में जरुर सुना होगा। यह हस्तिनापुर मेरठ में ही स्थित है। महाभारत की कहानियों से जुड़ा हस्तिनापुर मेरठ का सबसे प्रसिद्ध स्थल है। इसे कभी कौरवों और पांडवों की राजधानी माना जाता था। यहां पांडेश्वर मंदिर, द्रौपदेश्वर मंदिर और कर्ण मंदिर जैसे प्राचीन मंदिर हैं जो महाभारत युग की झलक पेश करते हैं।

जैन धर्म के अनुयायियों के लिए भी यह स्थान विशेष महत्व रखता है। माना जाता है कि यहां पहले तीर्थंकर ऋषभदेव ने पारणा किया था और शांतिनाथ, कुन्थुनाथ और अरहनाथ तीर्थंकरों को यहीं कैवल्य ज्ञान प्राप्त हुआ था।

यहां स्थित हस्तिनापुर वन्यजीव अभयारण्य प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग के समान है। 2073 वर्ग किलोमीटर में फैले इस अभयारण्य में हिरण, तेंदुआ, नीलगाय, जंगली बिल्ली, चीतल और सैकड़ों प्रजातियों के पक्षी पाए जाते हैं। पक्षी प्रेमियों के लिए यह जगह बेहद खास है।

औघड़नाथ मंदिर (Augharnath Temple)

भगवान शिव को समर्पित औघड़नाथ मंदिर मेरठ का प्रमुख धार्मिक स्थल है। इसे पहले काली पलटन मंदिर के नाम से जाना जाता था क्योंकि 1857 की क्रांति के दौरान भारतीय सैनिकों ने यहीं से स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत की थी।

यह मंदिर आध्यात्मिक शांति प्रदान करने के साथ ही हमारे देश के गौरवशाली इतिहास की भी याद दिलाता है। शिवरात्रि के अवसर पर यहां भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है।

शहीद स्मारक (Shaheed Smarak)

सन 1857 की क्रांति में मेरठ की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण रही थी। इस क्रांति में शहीद हुए भारतीय वीरों की स्मृति में शहीद स्मारक बनाया गया था। सफेद संगमरमर से निर्मित 30 फीट ऊँचे इस स्मारक को देखकर देशभक्ति की भावना जाग उठती है। यहां एक संग्रहालय भी स्थित है जिसमें क्रांति से जुड़ी चीजें संरक्षित हैं।

सेंट जॉन चर्च (St. John’s Church)

सेंट जॉन चर्च ब्रिटिश शासनकाल में बनाया गया एक शानदार चर्च है। इसकी स्थापना 1819 में पादरी हेनरी फिशर द्वारा की गई थी और यह 1824 में बनकर तैयार हुआ।

इसकी विशेषता यह है कि यहां एक साथ 10,000 लोग प्रार्थना कर सकते हैं। यह चर्च अपनी अनूठी वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है और 1857 की क्रांति के दौरान मारे गए अंग्रेज सैनिकों का अंतिम संस्कार यहीं किया गया था।

सूरज कुंड (Suraj Kund)

सूरज कुंड मेरठ का एक प्रमुख ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल है जिसे 1714 में बनवाया गया था। इस कुंड के चारों ओर कई प्राचीन मंदिर स्थित हैं जिनमें से सबसे प्रसिद्ध बाबा मनोहर नाथ मंदिर है जिसका निर्माण सम्राट शाहजहां ने करवाया था।

यह कुंड स्थानीय लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक केंद्र है और यहां हर साल दशहरे का विशाल मेला आयोजित किया जाता है।

परीक्षितगढ़ (Parikshitgarh)

परीक्षितगढ़ का संबंध महाभारत काल से जोड़ा जाता है। यह स्थान अभिमन्यु के पुत्र परीक्षित द्वारा बसाया गया था। यहां की खुदाई में प्राचीन काल के चांदी और तांबे के सिक्के मिले हैं। कहा जाता है कि यहां स्थित गुफाएँ हस्तिनापुर से जुड़ी हुई थीं।

यह जगह महाभारत से जुड़ी ऐतिहासिक घटनाओं की साक्षी रही है। यहां स्थित श्री श्रृंगी आश्रम को कलियुग के आरंभ से जोड़ा जाता है।

गांधी बाग (Gandhi Bagh)

अगर आप हरे-भरे वातावरण में समय बिताना चाहते हैं तो गांधी बाग एक बेहतरीन जगह है। यहां की हरियाली और शांति आपको सुकून देती है। यह पार्क मॉर्निंग वॉक और परिवार के साथ पिकनिक मनाने के लिए आदर्श स्थान है।

शाहपीर मकबरा (Shahpeer Makbara)

मेरठ की ऐतिहासिक धरोहरों में से एक शाहपीर मकबरा को शाहजहां ने अपने प्रिय संत शाहपीर की याद में बनवाया था। लाल बलुआ पत्थर से बना यह मकबरा अपनी नक्काशी और स्थापत्य कला के लिए प्रसिद्ध है।

मेरठ कैसे पहुंचे (How to reach meerut)

मेरठ अच्छी तरह से सड़क, रेल और हवाई मार्ग से जुड़ा हुआ है। दिल्ली से मात्र 81 किलोमीटर दूर स्थित यह शहर राष्ट्रीय राजमार्ग-58 द्वारा जुड़ा हुआ है।

यहां के लिए दिल्ली, लखनऊ, आगरा, वाराणसी, कानपुर और अन्य प्रमुख शहरों से सीधी ट्रेन और बस सेवाएँ उपलब्ध हैं। निकटतम हवाई अड्डा इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (दिल्ली) है जहां से मेरठ आसानी से पहुंचा जा सकता है।

मेरठ एक ऐसा शहर है जहां आपको प्राचीन भारतीय संस्कृति, स्वतंत्रता संग्राम का इतिहास और धार्मिक महत्व एक साथ देखने को मिलता है। यह शहर महाभारत काल से लेकर ब्रिटिश शासनकाल तक की महत्वपूर्ण घटनाओं का केंद्र रहा है। यहां आकर आप इतिहास की कहानियों को जीवंत महसूस कर सकते हैं।

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